BPSC कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज
बिहार: बुधवार को लोक सेवा आयोग बेली रोड के पास Civil Engineering की मुख्य परीक्षा का रिजल्ट घोषित करने की मांग पर प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिस ने जमकर लाठी चार्ज किया। जिसमे आधा दर्जन से अधिक छात्र घायल हो गए। प्रदर्शन कर रहे छात्रों को पुलिस ने खदेड़-खदेड़ कर पीटा। जिसमें अनेक छात्रों को काफी गंभीर चोट आयी है।
आंदोलन कर रहे आठ छात्रों को सचिवालय थाने की पुलिस ने हिरासत में लिया। हालांकि छात्रों का आंदोलन बढ़ने की वजह से छह छात्रों को छोड़ दिया। इनमें प्रीति सुमन, मुकु कुमार, दीपक पासवान, अमित कुमार, पप्पू कुमार शामिल रहे। आंदोलनकारी छात्रा सुष्मिता और इंद्रजीत को काफी देर रखने के बाद छोड़ा गया। छात्रों के प्रदर्शन का समर्थन करने आये कांग्रेसी नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है। जिसमे युवा कांग्रेस के अध्यक्ष गुंजन पटेल, बिटू यादव, मुकुल यादव, राजा राजेश रंजन, विशाल कुमार और रौशन राज शामिल है।
सचिवालय थाना प्रभारी ने बताया कि इन पर गलत तरीके से प्रदर्शन को बढ़ाने और लॉकडाउन में बिना आज्ञा प्रदर्शन का केस दर्ज किया गया है। इधर, प्रदर्शन करने गए छात्रों ने बताया कि वर्ष 2017 में विज्ञापन निकाला गया था। आयोग ने 1284 पदों के लिए परीक्षा लिया था। लेकिन इसका फाइलन रिजल्ट अभी तक घोषित नहीं किया गया है । 2019 के मार्च में मुख्य परीक्षा ली गई और एक साल से लगातार रिजल्ट को टाला जा रहा है। आयोग की ओर से कुछ स्पष्ट नहीं किया जा रहा है।
वहीं परीक्षा नियंत्रक ने कहा कि मामला कोर्ट और सरकार के संज्ञान में है। इसके बाद छात्र और भड़क गए और प्रदर्शन शुरू कर दिए। सुबह साढ़े दस बजे से ही छात्र आंदोलन के लिए जुट गए थे। पहले धरना दिया जब कोई सकारात्मक पहल नहीं हुई तो आंदोलन शुरू हुआ। पुलिस ने छात्रों को हटाने के लिए लाठीचार्ज कर दिया। इधर आयोग का कहना है मामला न्यायालय में है और जब तक फैसला नहीं होता रिजल्ट जारी करना उचित नहीं है।